कौन है हम और किसने हमें ये अधिकार दिया है की हम अपने अपनों को उस रास्ते पर छोरे जिन्होंने हमें उस रास्ते पर चलना सिखाया । सायद कंही ना कंही कुछ कमी, भूल धुंध सा है जिसे है हम समझ नहीं पा रन्हे है या समझने की कोसिस नहीं करना चाहते है।
ना जाने किस ओर हम दौर रन्हे है जिसकी झूठी मंजिल को हम देखते हुए अपने अपनों को भूलते हुए उस ख़ुशी को पाने के लिये जिसकी मंजिल उसी रास्ते से गुजरती है जिसे हम भूलते हुए गुजर रहे है .
Not good in life for others. Always thinking life is what I am thinking. But it is fully wrong. I am taking time to understand the actual meaning of life. Will soon update this in my blog.